पानी पीने की विधि:
- यह एक चमत्कारिक तरीका है जिससे गरीब – अमीर सभी लोग बिना खर्च और बिना दवाई के स्वस्थ रह सकते हैं.
- रोजाना सुबह सूर्योदय से पहले उठें.
- बिना मुँह धोए और बिना ब्रश किए, लगभग सवा लीटर (चार बड़े गिलास) रात का रखा हुआ पानी पिएँ.
- पानी पीने के बाद 45 मिनट तक कुछ भी न खाएँ-पिएँ.
- पानी पीने के बाद आप अपना मुँह धो सकते हैं और ब्रश कर सकते हैं.
- जब आप इस विधि का पालन कर रहे हों, तो नाश्ता और भोजन करने के दो घंटे बाद ही पानी पिएँ.
- जो लोग एक साथ चार गिलास पानी नहीं पी सकते, वे शुरुआत में एक या दो गिलास से शुरू करके धीरे-धीरे मात्रा बढ़ा सकते हैं. चार गिलास पानी एक साथ पीने से स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है. शुरुआत के कुछ दिनों में बार-बार पेशाब आ सकता है, लेकिन बाद में यह सामान्य हो जाएगा.
इस प्रयोग से निम्नलिखित बीमारियों में लाभ होता है:
- मधुमेह (डायबिटीज)
- ब्लड प्रेशर
- जोड़ों का दर्द
- हृदय रोग
- पेशाब की बीमारियाँ (जैसे पथरी, धातु स्राव)
- गर्भाशय कैंसर
- बवासीर (मस्सा)
- पेट के रोग
- वृद्धावस्था और त्वचा पर झुर्रियाँ
- कील-मुँहासे-फोड़े-फुंसी
- लकवा (पैरालिसिस)
- कफ, खाँसी, दमा (ब्रोंकाइटिस)
- आँखों की समस्त बीमारियाँ
- एसिडिटी (अम्लपित्त)
- सूजन, बुखार
- मानसिक दुर्बलता
- सिरदर्द
- एनीमिया (रक्त की कमी)
- मोटापा
- टी.बी.
- लीवर के रोग
- स्त्रियों का अनियमित मासिक स्राव
- गैस्ट्रिक ट्रबल और कमर से संबंधित रोग
- वात, पित्त, कफजन्य रोग
विभिन्न रोगों के ठीक होने का अनुमानित समय:
- हाइपरटेंशन: एक महीने में
- कैंसर: छह महीने में
- डायबिटीज: एक महीने में
- गैस की तकलीफें: दस दिन में
- कब्ज: दस दिन में
- टी.बी.: तीन महीने में
- प्रदर रोग: एक महीने में
- लकवा: तीन महीने में
- अन्य वर्णित रोग: दस दिन से छह माह की अवधि में, प्रकृति के अनुसार
वायु रोग और जोड़ों के दर्द से पीड़ित रोगी इस प्रयोग को एक सप्ताह तक दिन में तीन बार करें.
यह प्रयोग ऋषियों-महर्षियों द्वारा अनुभव किया गया है और भारत के महान योगीराज, संत श्रीआशाराम बापूजी भीवर्षों से इसे अपनाकर स्वस्थ और प्रसन्न रहते हैं.

⚠️ डिस्क्लेमर:
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी योग या स्वास्थ्य उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या चिकित्सक की सलाह अवश्य लें। लेखक और वेबसाइट किसी भी तरह की जिम्मेदारी का दावा नहीं करते।
